The Basic Principles Of shiv chalisa in hindi
The Basic Principles Of shiv chalisa in hindi
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थोड़ा जल स्वयं पी लें और मिश्री प्रसाद के रूप में बांट दें।
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥
द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥
भए प्रसन्न दिए इच्छित वर ॥ जय जय जय अनन्त अविनाशी ।
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे॥
जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥
ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥ shiv chalisa in hindi ॐ जय शिव…॥
मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत shiv chalisa lyricsl नहिं कोई॥
Whosoever provides incense, Prasad and performs arati to Lord Shiva, with love and devotion, enjoys substance joy and spiritual bliss Within this world and hereafter ascends to the abode of Lord Shiva. The poet more info prays that Lord Shiva eradicated the suffering of all and grants them Everlasting bliss.
वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
When the gods get in touch with out to him in distress, Lord Shiva promptly removes their sorrows. Throughout the terrific turmoil due to Tarakasura, All of the gods turned to you personally for aid.